आर्मी और एयरफोर्स कि पेंडिंग भर्ती को लेकर जंतर-मंतर पर धरना प्रदर्शन

बिहार के चंपारण से देश की राजधानी दिल्ली तक यात्रा कर धरना प्रदर्शन जंतर-मंतर स्थल पर पहुंचे, अभ्यर्थियों ने की भर्ती की मांग. केंद्र सरकार द्वारा विगत वर्ष 14 जून 2022 को अग्निपथ योजना को मंजूरी दी गई थी. इस योजना के लागू होने से भारतीय थल सेना और वायुसेना की 1.50 लाख भर्ती रद्द कर दी गईं. आर्मी की भर्ती के अभ्यर्थी जिनके पास NCC का C सर्टिफिकेट है, और एयरफोर्स के अभ्यर्थियों का सिर्फ ज्वाइनिंग लेटर का इंतजार कर रहे हैं.

WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now

बचे अभ्यर्थियों का अंतिम पेपर होना बाकी है. अभ्यर्थी इसी उम्मीद के साथ दिल्ली आयें हैं की सरकार उनकी मांग को पूरा करे. दिल्‍ली हाईकोर्ट ने, 27 फरवरी 2023 को केन्‍द्र सरकार की महत्‍वाकांक्षी योजना अग्निवीर स्‍कीम को सही ठहराते हुए इसके खिलाफ दायर 23 याचिकाओं को खारिज कर दिया था.

आर्मी और एयरफोर्स कि पेंडिंग भर्ती

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने अभ्यर्थियों को आश्वासन दिया था, लेकिन आश्वासन के बाद भी कुछ नही हुआ.

देश के कोने-कोने से अभ्यर्थियों ने प्रदर्शन में भाग लिया. अभ्यर्थियों के साथ-साथ राष्ट्रवादी जनलोक पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सत्यपाल सिसोदिया और फौजी जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राम सिंह और सूबेदार मेजर सेवानिवृत्त लाल चंद यादव शामिल रहे.

अभ्यर्थियों ने कहा

सरकार से गुजारिश है 2021 की पेंडिंग भर्ती को पूरी करो, हमारी भर्ती को 12-13 बार टाला गया है, जिससे हमारा 2 साल बर्बाद हो गया. हमने 5-6 साल की मेहनत पर पानी मत फेरिए- अभिराज सिंह, अभ्यर्थी

<

हमें धरने पर बैठने का कोई शौक नही है, हम हर तरफ से निराश होकर आये हैं. वायुसेना की भर्ती में केवल ज्वाइनिंग बाकी है. अगर भर्ती को अग्निवीर योजना से पहले रोक दिया होता तो इतना गम नही होता, लेकिन भर्ती को बीच में रोक कर हमारा भविष्य अंधकार में आ गया है, हमें बस हर जगह से आश्वासन मिल रहा है – सूर्यप्रताप सिंह, अभ्यर्थी

सरकार से मैं हाथ जोड़कर विनती कर रहा हूँ की हमारी जिन भर्ती को रद्द किया गया था, उन्हें-उन्हें जल्द से जल्द लागू किया जाए. हमारी उम्र बढ़ती जा रही है. हमारे ऊपर ओवर ऐज होने का खतरा मंडरा रहा है – पंकज शर्मा, अभ्यर्थी

सूबेदार मेजर सेवानिवृत्त लाल चंद यादव से कहा “ इतने प्रदर्शन के बावजूद सरकार कोई कदम नहीं उठा रही है. जिन बच्चों ने मेडिकल पास कर लिया था. तो इनकी प्रक्रिया को रोकना नहीं चाहिए था. ऐसा करने से सरकार ने न सिर्फ इन बच्चों के रोजगार के हक़ को छीना है, बल्कि इनके हौसले को भी ठेस पहुंचाई है. अभी भी देरी नहीं हुई है, सरकार इन बच्चों की परेशानियों को संज्ञान में ले और इस बार आश्वासन नहीं बल्कि इन्हें इनका हक़ दें. ये बच्चे कहीं और के नहीं, इसी भारत देश के हैं.

अभ्यर्थियों की मांग

हमें हमारा हक़ चाहिए. हम किसी से भीख नही मांग रहे हैं.

जो सरकार युवायों को रोजगार न दे, वह सरकार निक्कमी है.

अग्निपथ योजना वापस लो, पेंडिंग भर्ती पूरी करो.

अगर हमारी मांग सरकार पूरी नही करेगी तो हम सब राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू जी से इच्छा मृत्यु की मांग करेंगे.

Read Also:- माताओं ने मामा को दिया विजयी आशीर्वाद, लाड़ली बहना योजना साबित हुई गेमचैंजर।

WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now

Leave a Comment